26 जनवरी 2025 सभी लोगों के लिए गर्व का दिन है। गणतंत्र दिवस पर हर भारतीय अपनी अलग-अलग तरह से गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देता है। राष्ट्रीय पर्व उत्साहपूर्वक मनाया जाता है। 26 जनवरी को देश भर में स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी भाषण, निबंध, शायरियां, कोट्स और कविताएं सुनकर देश की अखंडता और संप्रभुता का प्रचार करते हैं। भारत गणतंत्र दिवस पर भव्य कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथि गण विद्यार्थी द्वारा दी गई प्रस्तुति को बहुत ध्यान से सुनते हैं और अपने देश पर गर्व करते हैं। जो विद्यार्थी 26 जनवरी को स्कूल या कॉलेज में (26 January Kavita in Hindi me) प्रस्तुति देना चाहते हैं इसलिए उन्हें इस लेख में प्रस्तुत बेहतरीन कविता पढ़ने का अवसर मिलेगा।
Poem on Republic Day in Hindi | गणतंत्र दिवस पर कविता
आज देश का गौरव दिवस,
हर्षोल्लास का यह त्यौहार,
देश के वीर शहीदों की जय,
जिनके बलिदान से मिला आज यह अधिकार।
तिरंगे की शान में,
देशवासी हैं तन मन से समर्पित,
यह दिन है हम सबके लिए,
आशा और विश्वास का प्रतीक।
आज हम सब मिलकर,
देश के विकास का संकल्प लें,
और हर क्षेत्र में,
देश को आगे बढ़ाने का प्रयास करें।
आइए पढ़ते हैं 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर देशभक्ति कविताएं. आप इन कविताओं को ऑनलाइन और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपने स्कूल कॉलेज में प्रस्तुत कर सकते हैं। 26 जनवरी को देशभक्ति कविता सुनना गर्व की बात है। ऐसी कविताएं जो देश की एकता, अखंडता, संप्रभुता और राष्ट्रहित को प्रोत्साहित करती हैं ऐसी कविताएं देशभक्ति से देशवासियों को जोड़ती हैं।
26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर कविता | Poem on 26 January Republic Day
आज हम आपके सामने एक कविता प्रस्तुत कर रहे हैं। बी.एल. कुमावत ने इसे लिखा है। यह देशभक्ति कविता आपके द्वारा प्रस्तुत की जाएगी, तो सभी उत्साहित होंगे। आपकी प्रस्तुति पर सभी उपस्थित लोग आपकी प्रशंसा करेंगे। “मेरा देश किसी से कम नहीं” नामक आज की कविता पढ़ते हैं।
गणतंत्र दिवस का महत्व | 26 January Kavita in Hindi
गणतंत्र दिवस भारत का राष्ट्रीय पर्व है। यह हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन भारत के गणतंत्र के गठन का प्रतीक है। 26 जनवरी 1950 को भारत एक पूर्ण गणराज्य बना। इस दिन देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इनमें परेड, समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रम और आतिशबाजी शामिल हैं।
मेरा देश किसी से कम नही
26 January par Kavita hindi me
महाभारत जैसे भयंकर युद्धो का इतिहास है मेरे देश में ।
भारती पुत्र अर्जुन जैसे सपूत, रण कौशल है मेरे देश में ।।
श्री कृष्ण का अनुसरण करते, यहां शान्ति भी कोई कम नहीं ।
रण कौशलता का तो हम पाठ पढ़ाते, मेरा देश किसी से कम नहीं ।।
आज 21वीं सदी मे मेरा देश शक्तिशाली बन उभर रहा है ।
ज्ञान विज्ञान प्रौद्योगिकी में, मेरा देश पहचान बना रहा है ।।
है मेरे देश की कमान ऐसे हाथों, में जो शेरों से कम नहीं ।
है यह प्रगाढ़ शक्ति का खजाना, मेरा देश किसी से कम नहीं ।।
मेरे देश की सैन्य शक्ति भी आज विश्व में खूब छा रही है ।
जल थल नभ की तीनो शक्ति कवच बन देश पर छा रही है ।।
हर परिस्थिति में है तैयार भारत, हौसला यहां कभी कम नहीं ।
देखे दुनिया शक्तिशाली भारत, मेरा देश किसी से कम नहीं ।।
हो रहा युग परिवर्तन, उदय हो रहे नव भास्कर मेरे देश में |
मेरे देश की शक्ति युगों से निहीत, प्रगाढ़ सकती है मेरे देश में।।
कोई भी देश ना करें यह गलती,की भारत की शक्ति में दम नहीं।
बहुत रण फतेह की है मेरे देश ने, मेरा देश किसी से कम नहीं।।
आओ तिरंगा फहराये कविता | गणतंत्र दिवस 2023 पर कविता
आओ तिरंगा फहराये”
स्वतंत्रता की धुआँ सुनाये,
संविधान की शान सुनाये,
सब को स्वतंत्र बनाएं समर्पण,
आओ सब एक साथ तिरंगे को फहराएं
तिरंगे का रंग सबसे प्यारा है,
हम सबको इससे प्यार है,
आओ सब एक साथ तिरंगे को फहराएं,
स्वतंत्र भारत को सलाम करें.
समाज, धर्म, भाषा को छोड़ कर,
सब को एक कर दें समर्पण,
स्वतंत्र भारत की हम सम्मान करें,
आओ सब एक साथ तिरंगे को फहराएं.
गणतंत्र दिवस की कविता | 26 Jan Poem in Hindi
गणतंत्र दिवस है,
देश का गौरव दिवस है,
देश के वीर शहीदों की जय,
जिनके बलिदान से मिला आज यह अधिकार।
तिरंगे की शान में,
देशवासी हैं तन मन से समर्पित,
यह दिन है हम सबके लिए,
आशा और विश्वास का प्रतीक।
आज हम सब मिलकर,
देश के विकास का संकल्प लें,
और हर क्षेत्र में,
देश को आगे बढ़ाने का प्रयास करें।
भारत माता की जय
Easy Desh Bhakti Poem in Hindi
जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा
वो भारत देश है मेरा
जहाँ सत्य, अहिंसा और धर्म का पग-पग लगता डेरा
वो भारत देश है मेरा
ये धरती वो जहाँ ऋषि मुनि जपते प्रभु नाम की माला
जहाँ हर बालक एक मोहन है और राधा हर एक बाला
जहाँ सूरज सबसे पहले आ कर डाले अपना फेरा
वो भारत देश है मेरा
अलबेलों की इस धरती के त्योहार भी हैं अलबेले
कहीं दीवाली की जगमग है कहीं हैं होली के मेले
जहाँ राग रंग और हँसी खुशी का चारों ओर है घेरा
वो भारत देश है मेरा
जब आसमान से बातें करते मंदिर और शिवाले
जहाँ किसी नगर में किसी द्वार पर कोई न ताला डाले
प्रेम की बंसी जहाँ बजाता है ये शाम सवेरा
वो भारत देश है मेरा
Independence Day Poem Hindi | Republic Day Poem in Hindi 2025
भारत माता, तू ही मेरा घर
हिमालय की चोटियों से, सागर के किनारों तक,
फैला है तेरा आंचल, भारत माता, तू ही मेरा घर।
गांधी, नेहरू, भगत सिंह, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई,
वीरों के बलिदानों से, तू स्वतंत्र हुई, हे महामाई।
खेतों में लहराते सोने, पहाड़ों पर हरी वादियां,
नदियों का मीठा संगीत, प्राचीन मंदिरों की कहानियां।
विविधता में एकता, तेरी पहचान है भारत,
हर भाषा, हर रीति-रिवाज, तेरे ही रंग में सराबोर।
चलो मिलकर करें वादा, तेरा गौरव बढ़ाएंगे हम,
शिक्षा के दीप जलाएंगे, गरीबी और अज्ञान को मिटाएंगे हम।
भारत माता, तू ही मेरा घर, तेरे लिए ही धड़कता दिल,
तेरे ही नाम से रोशन, मेरा हर सपना, हर पल।
गणतंत्र दिवस एक महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन हमें अपने देश की स्वतंत्रता और गौरव के बारे में याद दिलाता है। यह हमें अपने दायित्वों और कर्तव्यों के बारे में भी सोचने पर मजबूर करता है। हमें अपने देश के लिए हमेशा निष्ठावान और समर्पित रहना चाहिए।