उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में हलचल मचा दी। एक मध्यम आयु वर्ग की महिला, जिसे लोग सास के रूप में जानते थे, अपनी बेटी के होने वाले दामाद के साथ फरार हो गई। यह घटना तब हुई, जब बेटी की शादी में मात्र 9 दिन बाकी थे। इस जोड़े ने न केवल परिवार को धोखा दिया, बल्कि शादी के लिए रखे गए 3 लाख रुपये नकद और 5 लाख रुपये के गहनों को भी साथ ले गए। यह कहानी न केवल प्रेम और विश्वासघात की है, बल्कि सामाजिक मूल्यों पर भी सवाल उठाती है। आइए, इस घटना के हर पहलू को विस्तार से जानते हैं।
क्या है पूरा मामला?
शादी की तैयारियां और अचानक गायब होना
अलीगढ़ के मडराक थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले जितेंद्र कुमार ने अपनी बेटी शिवानी की शादी दादों थाना क्षेत्र के राहुल नामक युवक से तय की थी। शादी की तारीख 16 अप्रैल 2025 थी, और तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं। निमंत्रण पत्र छप चुके थे, और रिश्तेदारों को बुलावा भेजा जा चुका था। लेकिन 6 अप्रैल को अचानक एक ऐसी घटना हुई, जिसने पूरे परिवार को स्तब्ध कर दिया।
- सास का गायब होना: जितेंद्र की पत्नी, अनीता देवी, और होने वाला दामाद राहुल दोनों एक साथ गायब हो गए।
- चोरी की वारदात: अनीता ने घर में रखे 3.5 लाख रुपये नकद और 5 लाख रुपये से अधिक के सोने-चांदी के गहनों को भी साथ ले लिया।
- परिवार का दर्द: बेटी शिवानी ने कहा, “मेरी मां ने सब कुछ ले लिया—पैसा, गहने, और हमारी इज्जत। अब हमें उनसे कोई रिश्ता नहीं चाहिए।”
सास और दामाद के बीच कैसे बनी नजदीकियां?
जांच में पता चला कि राहुल और अनीता के बीच पिछले 3-4 महीनों से लगातार बातचीत हो रही थी। राहुल ने अनीता को एक मोबाइल फोन भी गिफ्ट किया था, जिसे परिवार ने सामान्य उपहार माना था। लेकिन इस उपहार ने दोनों के बीच एक गहरी बातचीत की शुरुआत की, जो धीरे-धीरे प्रेम प्रसंग में बदल गई।
- लंबी बातचीत: जितेंद्र ने बताया कि राहुल अपनी बेटी से कम और अनीता से ज्यादा बात करता था। वह दिन में 20-22 घंटे अनीता के साथ फोन पर व्यस्त रहता था।
- संदेह की अनदेखी: जितेंद्र बेंगलुरु में काम करते थे और गांव में कम समय बिताते थे। उन्हें इस नजदीकी पर शक हुआ, लेकिन शादी नजदीक होने के कारण उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया।
- योजना: पुलिस का मानना है कि अनीता और राहुल ने पहले से ही भागने और संपत्ति ले जाने की योजना बनाई थी।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
मडराक पुलिस ने शुरू की तलाश
जितेंद्र ने मडराक थाने में अपनी पत्नी और राहुल के खिलाफ शिकायत दर्ज की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और दोनों की तलाश में जुट गई।
- मोबाइल फोन बंद: अनीता और राहुल ने अपने फोन बंद कर दिए, जिससे उनकी लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो गया।
- सीसीटीवी फुटेज: पुलिस स्थानीय बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
- संभावित ठिकाना: सूत्रों के अनुसार, राहुल उत्तराखंड में काम करता था, और पुलिस को शक है कि दोनों वहां छिपे हो सकते हैं।
पुलिस का बयान
मडराक थाने के प्रभारी अरविंद कुमार ने कहा, “हमें शिकायत मिली है, और हम दोनों की तलाश कर रहे हैं। जैसे ही वे मिलेंगे, आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” पुलिस ने इसे गंभीर मामला मानते हुए जांच को तेज कर दिया है।
परिवार और समाज पर प्रभाव
बेटी का टूटा सपना
शिवानी, जो अपनी शादी के सपने संजो रही थी, इस विश्वासघात से पूरी तरह टूट गई है। उसने कहा, “मेरी मां ने मेरे मंगेतर को ले लिया और हमारी सारी बचत भी। अब मैं उनसे कोई रिश्ता नहीं रखना चाहती। हमें बस हमारा पैसा और गहने वापस चाहिए।”
सामाजिक चर्चा और सवाल
यह घटना न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। लोग इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि रिश्तों में विश्वास और सामाजिक मूल्यों का क्या महत्व है।
- विश्वासघात: एक मां का अपनी बेटी के मंगेतर के साथ भागना सामाजिक और नैतिक मूल्यों पर सवाल उठाता है।
- प्रेम की परिभाषा: क्या प्रेम की कोई उम्र या सीमा होती है? यह सवाल इस घटना ने फिर से ताजा कर दिया।
- संपत्ति की लालच: कई लोग मानते हैं कि अनीता और राहुल का मकसद सिर्फ प्रेम नहीं, बल्कि संपत्ति की चोरी भी हो सकता है।
इस घटना से क्या सीख मिलती है?
रिश्तों में पारदर्शिता जरूरी
यह घटना हमें सिखाती है कि रिश्तों में पारदर्शिता और संवाद कितना महत्वपूर्ण है। अगर जितेंद्र ने पहले ही अपनी पत्नी और राहुल की नजदीकियों पर ध्यान दिया होता, तो शायद यह स्थिति टाली जा सकती थी।
शादी की तैयारियों में सतर्कता
शादी जैसे बड़े आयोजन में पैसों और गहनों की सुरक्षा के लिए हमें सतर्क रहना चाहिए। कुछ सुझाव:
- सुरक्षित स्थान: नकदी और गहनों को बैंक लॉकर में रखें।
- परिवार की सहमति: शादी की तैयारियों में सभी परिवार वालों को शामिल करें।
- संदिग्ध व्यवहार पर नजर: अगर कोई असामान्य व्यवहार दिखे, तो उसे नजरअंदाज न करें।
निष्कर्ष
अलीगढ़ की यह घटना न केवल एक प्रेम कहानी है, बल्कि विश्वास, धोखे, और सामाजिक मूल्यों की एक जटिल कहानी है। अनीता और राहुल का यह कदम जहां परिवार के लिए दुखदायी है, वहीं समाज के लिए एक सबक भी है। पुलिस की जांच अभी जारी है, और उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में और जानकारी सामने आएगी। तब तक यह कहानी लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रहेगी।
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